Moral Stories In Hindi -: नमस्कार दोस्तों आज मैं। आपको लोगों के सामने मोरल स्टोरीज को प्रस्तुत कर रहा हूँ । इसमें आपको 5 कहानियां देखने को मिलेगी जिससे आपको कुछ न कुछ सीखने को मिलेगा । और अगर ये आर्टिकल आपको एक लगेगा तो कमेन्ट जरूर बताइयेग की कैसा लगा ।
1. घमंडी बारहसिंगा : (Moral Stories In Hindi)
एक समय की बात है। एक घने जंगल में एक बारहसिंगा रहता था। वह बड़ा घमंडी था। एक बार वह तालाब में पानी पी रहा था और पानी पीते हुए उसने अपनी परछाई देखी। वो अपने सुन्दर सींगो को देखकर बहुत खुश हुआ, पर अपनी पतली टाँगो को देखकर बहुत दुखी हुआ और वो भगवान को कोसने लगा।
एक बार कुछ शिकारी कुत्ते जंगल में आ गए और वो बारहसिंगा के पीछे पड़ गए। ये देखकर वो घबराकर दूर भाग गया। उसकी पतली टाँगे ही उसकी भागने में सहायता कर रही थी। भागते-भागते अचानक उसके सींग टहनियों के बीच फँस गए।
उसने अपने सींगों को बाहर निकालने की बहुत कोशिश की, पर वह अपने सींगों को बाहर ना निकाल पाया। जिसके बाद उन शिकारी कुत्तों ने उसे घायल कर दिया और वो मरने की हालत में हो गया था। मरते समय वह सोचता रहा, “इन सुंदर सींगों ने मुझे मरवाया है और मेरी पतली टाँगे मुझे बचा सकती थी।”
2. लालची कुत्ता : (Short Story For Kids In Hindi)
एक बार की बात है एक कुत्ते को बहुत तेज भूख लगी थी। वह खाने की तलाश में इधर-उधर भटक रहा था और अचानक उसे एक रोटी दिखी। कुत्ता रोटी को देखकर बहुत उत्साहित हो गया। वो रोटी की तरफ गया और उसे अपने मुंह में दबाकर नदी के किनारे ले गया।
नदी पार करते हुए कुत्ते को पानी में अपनी परछाई दिखी और उसे लगा कि, ये किसी और कुत्ते की परछाई है जो उसकी रोटी छीनना चाहता है। उसने सोचा कि वह भोंककर दूसरे कुत्ते को डरा देगा और जैसे ही उसने भोंकना शुरू किया उसकी रोटी उसके मुंह से निकलकर नदी में बह गई जिसके बाद वो भूखा ही रह गया।
3-: चींटी और कबूतर : (Hindi Short Stories)
गर्मी के समय की बात है। एक चींटी को बहुत प्यास लगी थी। वो पानी की तलाश करते हुए एक नदी के किनारे पहुंच गई। नदी से पानी पीने के लिए वो एक छोटी चट्टान पर चढ़ गई। जैसे ही वो पानी पीने लगी, वो चट्टान से फिसल कर नदी में जा गिरी। पानी का बहाव बहुत तेज था और वो नदी में बहने लगी। वहीं नदी के पास बहुत बड़ा पेड़ था, जिस पर एक कबूतर बैठा हुआ था।
अचानक उस कबूतर की नज़र चींटी पर पड़ी उसने उसकी मदद के लिए पेड़ से एक पत्ता तोड़ कर नदी में फेंका और चींटी उस पर चढ़ गई। कुछ देर बाद पत्ता बहकर सूखी जमीन पर पहुँच गया और चींटी बाहर आ गई। चींटी ने कबूतर का धन्यवाद किया।
शाम को एक शिकारी कबूतर का शिकार करने आया। कबूतर इस बात से अनजान था और आराम से सो रहा था। चींटी ने जैसे ही शिकारी को देखा तो उसने उसके पांव में जाकर काट दिया। इससे उस शिकारी की चीख निकल गई और वो चिलाने लगा। उसकी चीख से कबूतर जाग गया और उड़ गया। कबूतर ने चींटी की जान बचाकर जो नेक काम किया था। आज उसी ने उसकी जान बचाई है।
4-: माँ का प्यार : (Moral Story In Hindi Short)
एक शानदार महल में एक खूबसूरत परी रहती थी, जिसे अपनी खूबसूरती पर बड़ा घमंड था। एक दिन उस परी ने घोषणा करी कि, “जिस प्राणी का बच्चा सबसे ज्यादा सुंदर होगा, उसे मैं इनाम दूँगी”। ये सुनकर सभी खुश हो गए और अपने-अपने बच्चों के साथ पुरस्कार को जीतने की चाह में एक स्थान पर जमा हो गए। परी सारे बच्चों को ध्यान से देखने लगी।
वहाँ पर एक बंदरिया का बच्चा आया हुआ था। जब उसने बंदरिया के चपटी नाक वाले बच्चे को देखा, तो वो उसे देखकर बोलने लगी छिः! कितना कुरूप है यह बच्चा। इसके माता-पिता को तो मै कभी पुरस्कार नहीं दे सकती। परी की यह बात सुनकर उस बच्चे की माँ को बहुत बुरा लगा। वो अपने बच्चे को हृदय से लगाकर कहने लगी “मेरा लाल तू तो बहुत ही सुंदर है, मैं तुझे बहुत प्यार करती हूँ मेरे लिए तो तू ही सबसे बड़ा पुरस्कार है”। मैं कोई दूसरा पुरस्कार प्राप्त करना नहीं चाहती। भगवान तुझे लंबी उम्र दे।
5-: गरीब लकड़हारा : Motivational Short Moral Stories in Hindi
एक बार की बात है, एक गरीब लकड़हारा अपने सात बच्चों के साथ रहता था। वह इतना गरीब था कि अपने बच्चों को ठीक से खाना भी नहीं दे पाता था। इसी को देखते हुए उसने अपने बच्चों को जंगल में छोड़ने का फैसला किया।
लकड़हारा के छोटे बच्चे ने उसकी ये बात सुन ली। उसने बहुत सारे सफ़ेद पत्थर अपनी जेब में भर लिए। अगले दिन जब वे जंगल में जा रहे थे तो वह रास्ते में पत्थर गिराता रहा। उनके पिता जंगल में बच्चों को छोड़कर वापिस चले गए। छोटा बच्चा उन पथरो की मदद से अपने भाई-बहनों को घर ले आया। अगली बार वह बच्चा पत्थर नहीं बटोर पाया इसलिए उसने रास्ते में रोटी के टुकड़े फांके जिन्हे चिड़िया और जानवर खा गए। बच्चे इस बार घर का रास्ता नहीं ढूंढ पाए और वे रोने लगे।
वही घर में जब बच्चों के पिता को अपनी गलती का अहसास हुआ, तो वह जंगल में अपने बच्चों को ढूंढ़ने निकल गए। अपने पिता को सामने देखकर बच्चे भाग कर उनके पास गए। पिता ने उनसे वादा किया कि आगे से वह ऐसा कभी नहीं करेंगे। बच्चे ख़ुशी-ख़ुशी अपने पिता के साथ घर की ओर चल पड़े।
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